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- 10 Safest Cars For Indian Roads Under 15 Lakh: Mahindra, Tata Motors Dominate The List
नई दिल्ली3 घंटे पहले
- ग्लोबल NCAP ने लिस्ट में 38 सुरक्षित कारों को शामिल किया, जिन्हें एजेंसी ने सुरक्षित माना है
- अल्ट्रोज़ का दूसरी सबसे सुरक्षित कार है, इसे एडल्ट सेफ्टी में 5 और चाइल्ड सेफ्टी में 3 स्टार मिले
ग्लोबल कार सेफ्टी एजेंसी ग्लोबल NCAP ने भारत में बनी कारों की लिस्ट जारी की है। एजेंसी ने इन्हें सबसे सुरक्षित कारों के तौर पर सर्टिफाइड किया है। इस लिस्ट में कुल 38 कारें हैं, जिसमें सबसे ज्यादा टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा द्वारा बनाई गई हैं। ये हैं लिस्ट में मौजूद 10 सबसे ज्यादा सुरक्षित भारतीय कार…
1. महिंद्रा XUV300 एसयूवी

2014 के बाद से ग्लोबल NCAP द्वारा किए गए परीक्षणों के अनुसार, महिंद्रा XUV300 सड़क पर सबसे सुरक्षित भारतीय कार है। एसयूवी ने ग्लोबल NCAP के पहले ‘सेफ च्वाइस’ अवार्ड को हासिल किया है, जो केवल उन वाहन निर्माताओं को दिया जाता है, जो भारत में बेची जाने वाली कारों के लिए सुरक्षा प्रदर्शन के उच्चतम स्तर को प्राप्त करते हैं। एसयूवी ने एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन में 5 स्टार रेटिंग और चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन में 4 स्टार रेटिंग हासिल की। यह ग्लोबल NCAP के #SaferCarsForIndia कैंपेन में टेस्ट की गई किसी भी कार की सबसे ज्यादा कम्बाइन सेफ्टी रेटिंग थी।
2. टाटा अल्ट्रोज़ हैचबैक

टाटा मोटर्स की अल्ट्रोज़ हैचबैक ने क्रैश टेस्ट के दौरान ग्लोबल NCAP द्वारा 5 स्टार रेटिंग हासिल की। 5 स्टार मिलने पर ग्लोबल NCAP द्वारा टेस्ट की गई कार को सुरक्षित मान लिया जाता है। स्टैंडर्ड तौर पर आगे की तरफ इसमें दो एयरबैग मिलते हैं। अल्ट्रोज़ को उसके स्टेबल स्ट्रक्चर के लिए काफी तारीफ मिली चुकी है। ग्लोबल NCAP ने बताया कि कार में सिर और गर्दन को अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है, फ्रंट सीट पर बैठे दो एडल्ट को अच्छा चेस्ट प्रोटेक्शन मिलता है।
3. टाटा नेक्सन

टाटा मोटर की कॉम्पैक्ट एसयूवी नेक्सन को यूके बेस्ड व्हीकल सेफ्टी ग्रुप द्वारा किए गए क्रैश टेस्ट रिजल्ट के आधार पर ग्लोबल NCAP से 4 स्टार मिले। कॉम्पैक्ट एसयूवी को एडल्ट प्रोटेक्शन के लिए 4 स्टार और चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए 3 स्टार रेटिंग दी गई, जबकि इसके बॉडी स्ट्रक्चर को भी स्टेबल रेटिंग दी गई।
4, टाटा टिगोर

टिगोर ने ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में ए़डल्ट प्रोटेक्शन के लिए 4 स्टार और चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए 3 स्टार रेटिंग हासिल की। टिगोर में सेफ्टी के लिए फ्रंट में दो एयरबैग्स दिए गए है। कार में 1199 सीसी क इंजन मिलता है, जो 85 बीएचपी का पावर जनरेट करता है। इसकी कीमत 5.75 लाख रुपए से 7.49 लाख रुपए तक है।
5. टाटा टियागो

टिगोर की तरह टियागो को भी ए़डल्ट प्रोटेक्शन के लिए 4 स्टार और चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए 3 स्टार रेटिंग मिली। टिगोर और टियागो दोनों में दो फ्रंट एयरबैग्स मिलते हैं। हालांकि इसके स्ट्रक्चर को अनस्टेबल रेट किया गया था। कार में बैठे एडल्ट के सिर और गर्दन में अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है। पैसेंजर के चेस्ट को भी पर्याप्त प्रोटेक्शन मिलती है जबकि ड्राइवर के लिए यह थोड़ी कम है। पीछे के स्ट्रक्चर के कारण हादसा होने पर घुटनों में चोट लग सकती है।
6. फॉक्सवैगन पोलो हैचबैक

फॉक्सवैगन पोलो हैचबैक भारत की सबसे सुरक्षित कारों में 6वें स्थान पर रही। यह रेटिंग 2014 में हुए ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट के जरिए मिली। एजेंसी ने कहा कि- ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और गर्दन को अच्छी प्रोटेक्शन मिलूती है और इसका पूरा श्रेय एयरबैग्स को जाता है। हादसा होने पर ड्राइवर और पैसेंजर के चेस्ट को पर्याप्त प्रोटेक्शन मिलती है। हालांकि हादसा होने पर डैशबोर्ड से आगे बैठे दोनों फ्रंट पैसेंजर्स के घुटनों में चोट लग सकती है।
7. महिंद्रा माराजो एमपीवी

माराजो का 2018 में क्रैश टेस्ट किया गया। ग्लोबल NCAP ने बताया कि ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और गर्दन पर अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है। हादसा होने पर ड्राइवर के सीने पर मार्जिनल प्रोटेक्शन दिखाई दी जबकि पैसेंजर के चेस्ट को पर्याप्त प्रोटेक्शन मिली। 3 साल की बच्चे के लिए चाइल्ड सीट को ISOFIX की मदद से सामने की तरफ फेस करके इंस्टॉल किया गया था, जो टेस्ट के दौरान एक्सेसिव फॉरवर्ड मूवमेंट को झेलने में कमजोर दिखाई दी लेकिन चेस्ट को प्रोटेक्शन देने में सफल रही।
8. टोयोटा इटियोस हैचबैक

टोयोटा मोटर ने 10 साल पहले भारत में इटियोस हैचबैक लॉन्च किया था। बाद में लिवा नाम से हैचबैक का एक सेडान वर्जन भी लॉन्च किया था। इटिओस हैचबैक की 2016 में ग्लोबल NCAP द्वारा टेस्टिंग की गई और इसे लिस्ट में 8वें स्थान दिया। ग्लोबल NCAP ने बताया कि क्रैश टेस्ट के दौरान सामने की तरफ से पड़ने वाले प्रभाव से ड्राइवर और पैसेंजर दोनों एयरबैग और सीटबेल्ट द्वारा अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है। हालांकि सामने के स्ट्रक्चर से घुटनों में चोट लग सकती है। एक और पांच साल के बच्चे के लिए चाइल्ड सीट टेस्ट के दौरान एक्सेसिव फॉरवर्ड मूवमेंट को रोकने में सक्षम रही।
9. मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा

ग्लोबल NCAP के अनुसार सबसे सुरक्षित भारतीय कारों की लिस्ट में मारुति सुजुकी की सब-कॉम्पेक्ट एसयूवी ब्रेजा 9वें स्थान पर है। कंपनी ने इस साल नए सेफ्टी फीचर्स के साथ एसयूवी का एक अपडेटेड मॉडल लॉन्च किया है, जिसका ग्लोबल NCAP टेस्ट से गुजरना बाकी है। हालांकि, पिछली जनरेशन विटारा ब्रेज़ा को टाटा जेस्ट के समान रेटिंग मिली थी। ग्लोबल NCAP ने बताया कि- ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और गर्दन को अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है। ड्राइवर को मार्जिनल चेस्ट प्रोटेक्शन जबकि पैसेंजर को अच्छी चेस्ट प्रोटेक्शन मिलती है। सामने से टेस्ट करने के दौरान ड्राइवर के घुटनों में मार्जिनल प्रोटेक्शन और पैसेंजर के घुटनों में अच्छी प्रोटेक्शन मिलती है। बॉडी स्ट्रक्चर को भी स्टेबल रेटिंग दी गई है।
10. टाटा जेस्ट

इस लिस्ट में 10वें स्थान पर है टाटा की कॉम्पैक्ट सेडान जेस्ट रही। कार को पहली बार 2014 में अपने हैचबैक संस्करण टाटा बोल्ट के साथ ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। पहली बार हुए क्रैश टेस्ट में जेस्ट कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। जिसके बाद टाटा में इसमें कई सारे बदलाव किए। 2016 में दूसरी बार किए गए क्रैश टेस्ट में जेस्ट ने एडल्ट प्रोटेक्शन में 4 स्टार रेटिंग और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 2 स्टार रेटिंग हासिल की। ग्लोबल NCAP ने कहा कि टेस्ट के दौरान एयरबैग से ड्राइवर के सर को पर्याप्त प्रोटेक्शन मिलती है। हालांकि डैशबोर्ड के कारण घुटनों में चोट लग सकती है।
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