- मैसेंजर के नए फीचर में यूजर्स को अब चैट में सुरक्षा के नोटिस पॉप-अप होते हुए दिखाई देंगे
- यूजर्स को टिप्स भी दिए जाएंगे ताकि वे संदेहास्पद गतिविधियों या लोगों की पहचान कर सकें
दैनिक भास्कर
May 26, 2020, 02:20 PM IST
नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर बच्चों पर होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने के लिए फेसबुक काफी तेजी से काम कर रही है। मैसेंजर को सुरक्षित बनाने के लिए फेसबुक ने एक नया फीचर लॉन्च किया है, जो लाखों लोगों समेत खासकर नाबालिगों को हानिकारक चैट और स्कैम से बचाएगा। इस फीचर के तहत बच्चों की निजता की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
मैसेंजर यूजर्स को अब चैट में सुरक्षा के नोटिस पॉप-अप होते हुए दिखाई देंगे। इसके साथ ही उन्हें टिप्स भी दिए जाएंगे ताकि वे संदेहास्पद गतिविधियों या लोगों की पहचान कर सकें और उसे ब्लॉक या इग्नोर करने के लिए सही कदम उठा सकें। एंड्रायड डिवाइस यूजर्स के लिए यह फीचर मार्च में रोलआउट होना शुरू हो गया था। इस हफ्ते दुनियाभर के आईओएस यूजर्स तक इसे पहुंचाया जाएगा। नाबालिगों को सुरक्षित रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है
- प्रोडक्ट मैनेजमेंट के निदेशक बाइ जे सुलिवान ने कहा, निजता, बचाव और सुरक्षा मैसेंजर का आधार हैं। हम मैसेंजर को मेल-मिलाप का सुरक्षित प्लेटफॉर्म बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं ताकि लोग अपने खास दोस्तों से जुड़ सकें और उनकी निजता पूरी तरह से बरकरार रहे। फेसबुक मैसेंजर एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन की तकनीक पर काम करता है।
- हमने यह सेफ्टी टिप्स मशीन लर्निंग की मदद से विकसित किया है जो एक वयस्क की तरह व्यवहार के संकेतों पर ध्यान देता है। उन्होंने आगे बताया कि 18 साल से कम उम्र के लोगों को भेजे जा रहे मैसेज रिक्वेस्ट की पूरी निगरानी की जा रही है। इस प्लेटफॉर्म पर नाबालिगों को सुरक्षित रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
नया फीचर घोटालेबाजों से बचने के लिए भी शिक्षित करता
- नई सुविधा 18 वर्ष से कम आयु के लोगों को शिक्षित करती है कि एक अनजान वयस्क के साथ बातचीत करते समय वे कैसे सावधान रहें और उन्हें संदेश का जवाब देने से पहले कार्रवाई करने का अधिकार भी देता है। नए सेफ्टी नोटिस लोगों को घोटालेबाजों से बचने के लिए भी शिक्षित करता है और उन्हें तुरंत कार्रवाई करने का अधिकार देते हैं ताकि उन्हें कोई ठग न सके।
Source link