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प्राइवेट मोड में यूजर्स की निगरानी करने के मामले में फंसी गूगल, अमेरिका में 5 बिलियन डॉलर का मुकदमा दायर हुआ

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  • लॉ फर्म Boies Schiller Flexner ने मंगलवार को कैलिफोर्निया के सैन जोस में संघीय अदालत में दावा दायर किया
  • सर्च हिस्ट्री कलेक्शन साइट के मालिकों को उनके कंटेंट और प्रोडक्ट का बेहतर मूल्यांकन करने में मदद करता है- गूगल

दैनिक भास्कर

Jun 03, 2020, 05:07 PM IST

नई दिल्ली. प्राइवेट मोड में यूजर्स की निगरानी करना गूगल के लिए महंगा सौदा साबित हुआ है। अमेरिका में सर्ज इंजन कंपनी गूगल पर मुकदमा दायर किया गया है। दावा किया गया है कि गूगल अवैध रूप से यूजर्स की गोपनीयता पर हमला करता है, भले ही वे प्राइवेट में ब्राउज़िंग क्यों न कर रहे हों। इसके एवज में गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट से 5 बिलियन डॉलर हर्जाने की मांग की गई है।
कई इंटरनेट यूजर्स मानते हैं कि प्राइवेट मोड में देखने पर उनके सर्च हिस्ट्री ट्रैक नहीं किया जा रहा है, लेकिन गूगल का कहना है कि ऐसा नहीं है। कंपनी ने इस बात से इनकार करती है कि यह गैरकानूनी है और वह इस मोड से कलेक्ट किए गए डेटा के प्रति ईमानदार है।

मंगलवार को दायर किया गया मुकदमा

  • लॉ फर्म Boies Schiller Flexner जिन्होंने मंगलवार को कैलिफोर्निया के सैन जोस में संघीय अदालत में दावा दायर किया ने बताया कि प्रस्तावित वर्गीय कार्रवाई में गूगल के लाखों यूजर्स शामिल हैं, जिन्होंने 1 जून 2016 तक इंटरनेट को निजी मोड में इस्तेमाल किया है। शिकायत में कहा गया है कि गूगल “कंप्यूटर या फोन के साथ लगभग हर अमेरिकी से गुप्त और अनधिकृत डेटा संग्रह में संलग्न नहीं रह सकता है।”
  • कुछ समय के लिए गूगल से निजी ब्राउज़िंग उपलब्ध होने के बावजूद, Boies Schiller Flexner ने कहा कि उसने हाल ही में अमेरिका में स्थित तीन वादियों का प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लिया है। फाइलिंग में कहा गया है कि “हर जगह लोग अधिक जागरूक (और चिंतित) हो रहे हैं कि उनके व्यक्तिगत संचार को प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा हासिल करने के लिए इंटरसेप्ट, एकत्र, रिकॉर्ड या शोषित किया जा रहा है।”

इन्कॉग्निटो मोड में सेव होती सर्च हिस्ट्री

  • गूगल क्रोम ब्राउज़र में मिलने वाला इन्कॉग्निटो (गुप्त) मोड यूजर को ब्राउज़र या डिवाइस में अपनी गतिविधियों को सेव किए बगैर इंटरनेट पर खोजने का विकल्प देता है। लेकिन देखी जाने वाली वेबसाइट उपयोग को ट्रैक करने के लिए गूगल एनालिटिक्स जैसे टूल का उपयोग कर सकती हैं।
  • गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा ने इन दावों का सख्ती से खंडन करते हुए कहा: “जैसा कि हम स्पष्ट रूप से बताते हैं कि हर बार जब आप एक नया इन्कॉग्निटो टैब खोलते हैं, तो वेबसाइटें आपकी ब्राउज़िंग गतिविधि के बारे में जानकारी एकत्र करने में सक्षम हो सकती हैं”।
  • सर्च इंजन का कहना है कि सर्च हिस्ट्री कलेक्शन( प्राइवेट मोड में भी) साइट के मालिकों को “उनकी कंटेंट, प्रोडक्ट, मार्केटिंग के प्रदर्शन का बेहतर मूल्यांकन करने में मदद करता है।”



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